बेरोजगारी और महामारी
बेरोजगारी की समस्या से जूझ रहा हैै पूरा देश
ऊपर से महामारी ने बदल दिया पूरा परिवेश
अब कहाँ जाये देश की जनता
काम करने के लिए नहीं है कोई आदेश
इतनी पूंजी नहीं बची कि खुद का कर सकें व्यवसाय
इस कोरोना के ऊपर ही सब दिए लुटाय
दाने दाने को तरस रहे देश के गरीब मजदूर
नहीं सहायता इनकी कोई आत्महत्या के लिए मजबूर
इतने भी शिक्षित नहीं कि अपना सके कोई तकनीकी
है ऐसे हालात सरकार भी नहीं समझ रही बारीकी
क्या होगा इस देश का कब तक मिटेगी बेरोजगारी
देश के युवा रोड पर नहीं समझे अपनी जिम्मेदारी।