सैनिक के मां का साहस
एक मां का बेटा जब सरहद पर जाता है
मां के आंसू पोछ मां को शीश झुकाता है ।
मां तेरे दूध की शक्ति से बना मैं देश का पहरेदार
कदम कभी ना हटेंगे पीछे हमें शहादत है स्वीकार ।
अपनों से रहकर हम दूर फिर भी हम रहते खुशहाल अपनों से बिछड़ने का नहीं हमें कोई मलाल।
देश के लिए जीने मरने की कसमें खाते हैं
शीश कटाकर भारत मां का हम कर्ज चुकाते हैं।
सब के आशीर्वाद से ही हम रह पाते हैं आबाद
हमारी सलामती के लिए देश जो करता है फरियाद।
जय हिंद 🇮🇳🇮🇳
vp army ⚔️🇮🇳