My Wonderful Poem...!!!
भूत पर बहस,भविष्यकी
चिंता फिजूल है.......
वर्तमान को न जीना ही तो
सबसे बड़ी भूल है.........
इन्सानियत भूल जीवन को
व्यतीत करना धूल है.......
दया-भावहीन कर्तव्य करना
हीनता से भरे उसूल है.......
प्रथम कार्य प्रार्थना बाक़ी सब
बाद में ही प्रभुको क़बूल है.....
जो करता नित्य-कर्म दिस से
यही जीवन हल्का फूल है.......
✍️🥀🌹🌹🌹🙏🌹🌹🌹🥀✍️