शुभ संध्या वंदन बुधवार जय श्री गणेशाय नमः जय श्री गणेशाय नमः महादेव महाकाल भोलेनाथ शंकर शंभू एवं माता पार्वती पुत्र श्री गणेश आप को बारंबार प्रणाम नमन नमस्कार है
🙏🙏: ऊँ गणाधिपाय नम:, ऊँ उमापुत्राय नम: , ऊँ विघ्ननाशनाय नम: , ऊँ विनायकाय नम: , ऊँ ईशपुत्राय नम: , ऊँ सर्वसिद्धिप्रदाय नम: , ऊँ एकदन्ताय नम: ,ऊँ इभवक्त्राय नम: ,ऊँ मूषकवाहनाय नम: , ऊँ कुमारगुरवे नम:।। ब्रह्मदत्त
🙏🙏: सिद्धि प्राप्ति मंत्र -मंत्र : एकदंताय विद्महे, वक्रतुण्डाय धीमहि, तन्नो दंती प्रचोदयात।।महाकर्णाय विद्महे, वक्रतुण्डाय धीमहि, तन्नो दंती प्रचोदयात।।गजाननाय विद्महे, वक्रतुण्डाय धीमहि, तन्नो दंती प्रचोदयात।।श्री वक्रतुण्ड महाकाय सूर्य कोटी समप्रभा निविज़्घ्नं कुरु मे देव सर्व-कार्येशु सर्वदा॥ ब्रह्मदत्त
🙏🙏: मंगल विधान और विघ्नों के नाश के लिए-मंत्र : गणपतिर्विघ्नराजो लम्बतुण्डो गजानन:।द्वैमातुरश्च हेरम्ब एकदन्तो गणाधिप:॥विनायकश्चारुकर्ण: पशुपालो भवात्मज:।द्वादशैतानि नामानि प्रातरुत्थाय य: पठेत॥विश्वं तस्य भवेद्वश्यं न च विघ्नं भवेत क्वचित। ब्रह्मदत्त
🙏🙏: बिगड़े काम बनाने के लिए बुधवार को गणेश मंत्र का स्मरण करें-मंत्र : त्रयीमयायाखिलबुद्धिदात्रे बुद्धिप्रदीपाय सुराधिपाय। नित्याय सत्याय च नित्यबुद्धि नित्यं निरीहाय नमोस्तु नित्यम।
श्री गणेश को प्रसन्न करने के लिए -मंत्र : ऊँ एकदन्ताय विहे वक्रतुण्डाय धीमहि तन्नो दन्ति: प्रचोदयात।
बुद्धि प्राप्ति के लिए श्री गणेश बीज मंत्र-मंत्र : ऊँ गं गणपतये नम: ।। ब्रह्मदत्त
🙏🙏: शुभ संध्या वंदन बुधवार जय श्री गणेशाय नमः जय श्री गणेशाय नमः शिव महादेव महाकाल भोलेनाथ शंकर शंभू एवं गौरी पुत्र गणेश आपको संध्या प्रणाम नमन नमस्कार है ब्रह्मदत्त त्यागी हापुड़ एवं सभी भक्तों का
श्री गणेशजी की आरती
जय गणेश जय गणेश जय गणेश देवा।
माता जाकी पार्वती पिता महादेवा।
एकदन्त दयावन्त चारभुजाधारी
माथे पर तिलक सोहे मूसे की सवारी।
माथे पर सिन्दूर सोहे, मूसे की सवारी
पान चढ़े फूल चढ़े और चढ़े मेवा
हार चढ़े, फूल चढ़े और चढ़े मेवा
लड्डुअन का भोग लगे सन्त करें सेवा।
जय गणेश जय गणेश जय गणेश देवा।
माता जाकी पार्वती पिता महादेवा।।
अँधे को आँख देत कोढ़िन को काया
बाँझन को पुत्र देत निर्धन को माया।
'सूर' श्याम शरण आए सफल कीजे सेवा
माता जाकी पार्वती पिता महादेवा॥
दीनन की लाज राखो, शम्भुसुतवारी
कामना को पूर्ण करो, जग बलिहारी॥
जय गणेश जय गणेश जय गणेश देवा।
माता जाकी पार्वती पिता महादेवा।।
प्रस्तुतीकरण ब्रह्मदत्त त्यागी हापुड़