दिल अपना है खुली किताब के जैसा,
इसमें ना कोई #गुप्त बात रखते हैं;
खुलेआम करेंगे इज़हार हम प्यार का,
दिल में हम ऐसे जज्बात रखते हैं;
ठुकरा दिया उसने अगर प्यार मेरा तो,
इकरार करवाने की ताकत रखते हैं;
स्वीकार कर लिया उसने प्यार मेरा तो,
ताउम्र निभाने की औक़ात रखते हैं;
एक पल भी नहीं करुंगा में दूर मुझसे,
जीवन में ऐसा हम संगाथ रखते हैं;
#गुप्त