# आज की प्रतियोगिता "
# विषय .खेद **
*कविता *
किसी को दुःख देकर ,खेद व्यक्त करना अच्छा नहीं ।
किसी की आँखों में आंसू ,देकर रुलाना अच्छा नहीं ।।
किसी को खुशी देकर ,खुश करना ईश्वर की साधना ठहरी ।
पर किसी के धाव ,कुदेरना अच्छा नहीं ।।
किसी को नजरों से ,एक पल में गिराना अच्छा नहीं ।
किसी को धूलधूसरीत कर ,मजा उडाना अच्छा नहीं ।।
किसी के दिल को सताना ,फिर फबतियाँ कसना अच्छा नहीं ।
गलती कर फिर ,क्षमा मांगना अच्छा नहीं ।।
किसी के आंसू का सौदा कर ,फिर सात्वना देना अच्छा नहीं ।
अपनों की बात को नमक मीर्च लगा कर ,फैलाना अच्छा नहीं ।।
-Brijmohan Rana