#कृष्णा
श्याम की सूरत, मोहनी मूरत, नटखट नंदलाल
नन्हे कदमों से चलकर
मय्या के दिल को भाव-बिभोर करे कुछ ऐसे
मन करे ख़ुशी में जैसे शोर
ग्वाल-बाल संग मटकी तोड़े,मन के ये चित्तचोर
प्रेम प्रसंग कुछ ऐसा रचायो, राधा संग ये
अमर कथा जो, बन बैठी इस जग में
बांसुरी की तान पर, सबको मोहित, ये यु कर जाये
जैसे सूखी जमी पर, बूँद पड़े तो खिल जाये
जन्महोत्सव है, लीलधर का
यु जैसे पूरी नगरी फिर खिल सी उठी
#Shweta