#आज की प्रतियोगिता "
# विषय .मारना "
# कविता ***
किसी को जान से ,मारना पाप है ।
किसी को नजरों से गिराना ,धोखा है ।।
किसी को धूलधूसरीत करना ,अमानवीयता है ।
किसी के साथ हैवानियत करना ,अपराध है ।।
किसी खिलते फूल को कुचलना ,दानवता है ।
किसी की चुगली करना ,पाप है ।।
किसी के आंसू पौछना ,पुण्य है ।
किसी को आंसू देना ,पाप है ।।
किसी का धन छिनना ,कपटता है ।
किसी को सहारा देना ,मानवता है ।।
किसी को खुश करना ,मित्रता है ।
किसी के सुख दुःख में काम आने वाला ,ही दोस्त है ।।