घौंसला ए दिल, सुमसाम लगता है , जिंदगी
यह तिनका तिनका सफर, बीखर ना जाए !!
जज़्बात की बात है, उलझन बन गई जिंदगी
अपनापन पराया होकर सफर,बीखर ना जाए !!
ना राज़ है तिलस्मी कोई, फकत है दिलरुबाना
मिटाने की फितरत का सफर, बीखर ना जाए !!
मौज ए मस्त दरियादिली का हुश्न है जिंदगीका
साहिल तरफ आती यह सफर,बीखर ना जाए !!
मैं मिला ही नहीं , फीर बीछडने का ग़म क्यु हैं?
मुसाफिर हुं , रुहानी यह सफर, बीखर ना जाए !!