तुझे वक्त मिले तो,
एक बार आ जाना,
मज़ार पर मेरी,
फूल चढ़ा जाना...
देख लेंगे तुझे,
जी भर कर एक बार,
हो सके तो प्यार,
एक आख़िरी बार जता जाना....
कर लेंगे इत्मीनान,
मरने के बाद ही,
हमारे लिए तेरे दिल में,
थी, मौसम -ए -बहार कभी.....
न इलज़ाम हैं यें,
तुम पर बेवफ़ाई का,
ईनाम हैं यें तो,
हमें तन्हाई का....
अब हर पल,
हमारे लिए ख़ास होगा,
रूह का सुकून,
रूह के आस पास होंगा...
बस एक बार आ जाना,
इंतज़ार में हैं आँखें मेरी
तेरे हाथों से,
पलकें मेरी छू जाना....
न करना कोई बहाना,
बस एक बार आ जाना...!!!!!!
✍✍वर्षा अग्रवाल 💌💌