शुभ संध्या वंदन शुक्रवार जय मां दुर्गा अंबे जगदंबे जय मां भवानी जग कल्याणी आपको बारंबार ब्रह्मदत्त त्यागी हापुड़ एवं सभी भक्तों का प्रणाम नमन नमस्कार है शुभ संध्या वंदन आज शुक्रवार हैशुभ संध्या वंदन शुक्रवार जय मां दुर्गा अंबे जगदंबे जय मां भवानी जग कल्याणी आपको बारंबार ब्रह्मदत्त त्यागी हापुड़ एवं सभी भक्तों का प्रणाम नमन नमस्कार है शुभ संध्या वंदन आज शुक्रवार है
संध्या वंदन शुक्रवार जय मां दुर्गा जय मां जगदंबे ब्रह्मदत्त
आरती जगदम्बे ...
अम्बे तू है जगदम्बे काली, जय दुर्गे खप्पर वाली।
तर ही गुण गायें भारती, ओ मैया हम सब उतारें तेरी आरती ||
तेरे भक्त जनों पे माता, भीर पड़ी है भारी
दानव दल पर टूट पडो माँ. करके सिंह सवारी ॥
सौ सौ सिंहों से तु बलशाली, दस भुजाओं वाली
दुखियों के दुखडे निवारती, ओ मैया हम सब उतारें तेरी आरती
माँ बेटे का है इस जग में, बडा ही निर्मल नाता।
पूत कपूत सूने हैं पर, माता ना सुनी कुमाता ॥
सब पर करुणा दरसाने वाली, अमृत बरसाने वाली |
दुखियों के दुखडे निवारती, ओ मैया हम सब उतारें तेरी आरती
नहीं मांगते धन और दौलत, न चाँदी न सोना|
हम तो मांगे माँ तेरे मन में, इक छोटा सा कोना||
सबकी बिगड़ी बनाने वाली, लाज बचाने वाली।
सतियों के सत को संवारती, ओ मैया हम सब उतारे तेरी
आरती ॥
अम्बे तू है जगदम्बे काली, जय दुर्गे खप्पर वाली।
तर ही गुण गायें भारती, ओ मैया हम सब उतारे तेरी आरती |
ब्रह्मदत्त त्यागी हापुड़