हम सब एक दूसरे से संबंधित है,
जितने भी राह मे टकराते है,
वो सब का कुछ न कुछ महत्व है,
अगर कोई कहता है,
तुम बेकार हो, किसी काम के नही,
उससे निश्चित ही तुम्हारे महत्व का ज्ञान है,
उसे यह ज्ञान नही,
हर कण मे पहाड़ होता है,
और अगर महत्व नही है,
तो तुम्हें राह मे उपर वाले ने डाला ही क्यों?
-KrishnaKatyayan