एक दिन ।
जो कदम उठ गए यारों
राहों का वास्ता
हम मंजिल को अपनी पाएंगे, एक दिन।
ऐ हवा तू झोंके हजार दे
चलते ही जाएंगे
हम अपनी मंजिल को पाएंगे, एक दिन ।
ए वक्त चाह कर भी तू रुकना नहीं
कभी तुझ से भी तेज चलने का है अपना इरादा
हम अपनी मंजिल को पाएंगे, एक दिन ।
Arjuna Bunty