# आज की प्रतियोगिता "
# विषय .झेन "
# कविता ***
निरन्तरता जीवन ,का लक्ष्य होना चाहिये ।
झरने की तरह ,लगातार बहते रहना चाहिए ।।
पानी रुक जाये ,तो मैला हो जाता है ।
वैसी जीवन रुक जाये ,तो बर्बाद हो जाता है ।।
निरन्तर झरते रहना ,ही श्रेष्ठता पाना है ।
जीवन तो चलते ,रहने का नाम ही है ।।
लगातार प्रगति करना ,जीवन का लक्ष्य होना चाहिए ।
कितनी भी तकलीफें आए ,पर कभी हताश नहीं होना चाहिए ।।
लगातार चलने वाला ,ही अपनी मंजिल पाता है ।
झेन जीवन का एक ,उद्देश्य होना चाहिए ।।
बृजमोहन रणा ,कश्यप ,कवि ,अमदाबाद ,गुजरात ।