रेत सा था वो
जो हाथ से फिसल गया
कोई है जो बदल गया ।
समय के पहलू जैसे
फिर से पलट गया
कोई है जो बदल गया ।
वादें की तो बात मत पूछो
वो तो अपनी बातों से भी मुकर गया
कोई था जो बदल गया।
हम उसको सच्चा मोती समझें
वो मिट्टी का ढेर पल में मिट गया
कोई था जो बदल गया।
जो हुआ अच्छा हुआ
एक बुरा वक्त था जो बित गया
था वो कौन जो बदल गया?
-Apeksha Diyora