ये तासीर भी तेरी हम वतन बदल देंगे..! कोई भी आंख उठाके देखेगा हमारे वतन पे, उसकी आंखे उसिके हाथ में दे देंगे..!
वतन पे मरने वाले है, हम वतन पे हर हाल में मर मिटेंगे, ये वतन तेरे लिए हम अपनी जान भी कुरबा कर देंगे, फौजी है, हम भारत के" सपूत है, हम भारत के, मा भारती के लिए हम किसी भी देश से लड़ाई कर लेंगे, ये वतन तेरे लिए हम जान भी कुर्बान कर देंगे..!
अश्विन राठौड़.!
"स्वयमभु"