*सपना*
एक झांकी बनु तेरी याद की
एक सपना बनु तेरी आंख का
एक बाती बनु तेरे दिल की...
तु अपना ले मुझे उजास बन के...
होगी प्रकाशित जीवन की नैया
होगा एक सवेरा नई उम्मीदों का
होगा अंजाम एक नई शुरुआत का...
यही तो है जीवन स्तंभ का आधार...
बस कर ले पगले थोड़ी सी हिम्मत
बस कर दे रोशन अपनी ख्वाइश
बस कर दे बारिश की बूंदों को साकार...
~Shree~