दिल टूटा है किसीका,तो क्या हुआ
साथ छूटा है किसीका,तो क्या हुआ
किसे मिल जाये इश्क मे खुदा
कोइ हो जाये मिल के जुदा
ये तो नसिब की बात है
कब दे जाये किसको दगा
नसिब रुठा है किसिका,तो क्या हुवा
साथ छुटा है किसिका,तो क्या हुवा
कोइ चाहता है किसी को
वो चाहे और किसी को
इस चाहत मे चाहत का
इंतजार है सभिको
इश्क़ झुटा है किसिका, तो क्या हुवा
साथ छुटा है किसिका,तो क्या हुवा
लिख डाले लिखनेवाले ने
कौन अपने कौन बेगाने
पर ये भेद ना सिखलाया
उनको कैसे पहचाने
सपना टूटा है किसिका,तो क्या हुवा
साथ छुटा है किसिका,तो क्या हुवा
Sagar...✍️