आख़िर क्यूँ , क्या ज़रूरत थी 😞
दुनिया में और भी लोग है जिनको तकलीफ़ें है सब तो नहीं मर जाते , तुम्हारा एक ग़लत फ़ैसला कितनी तकलीफ़ देगा लाखों लोगों को आपको देख कर आपके जैसा ख़ुद को बनाने के सपने देखने वालों के दिल पे आपके पिता बहन के दिल पे कितनी चोट लगी वो तुम्हारे दिल की चोट से बहुत बड़ी है
इतनी भी क्या ज़िद थी
ख़ुद को मिटाने की
एक नज़र देख लेते
तकलीफ़े बहुत थी जमाने की
भावभीनी श्रधांजलि #सुशांत_सिंह_राजपूत 🌸🍃