कुछ ख्वाबों में कुछ ख्यालों में
कुछ सपनों में कुछ सवालों में
हर चहेरे आती जाती निगाहों में
बारिश के बूंदे महकती फिज़ाओं में।
कुछ किस्से कुछ कहानियों में
कुछ बातो में कुछ फसानो में
नज़र आती मुझे तस्वीर तेरी
कड़कती धूप या ठंडी छांव में।
फूलो में बागो में तू है बहारो में
नदिया रेत सागर के किनारों में
खुले आसमान बहती हवाओं में
पहाड़ ये वादियां और घटाओ में।
भरी महफ़िले सुनी पड़ी राहों में
हर एक पन्नों में हर किताबो में
आंखे ढूंढ़ती रही तुझे हर कहीं
मिला तू दिल की दरों दीवारों में।
-વેગડા અંજના એ.