तेरी तस्वीर दिल में लगाए बेठे है
हम तुम से छिप कर तुम्हें अपना बनाए बेठे है
खत्म ना हो जाए ये मोहब्बत हमारी
इसलिए ही तुम्हें आखों मे बसाए बेठे है
तुम इबादत हो हमारी और हम
हर पल तुम्हें अपनी जरूरत बनाए बेठे है
केसे कहे इंतजार नहीं है तुम्हारा
अपनी नजरों को दरवाज़े पर लगाए बेठे है
हर शख्स हंसता हे ये देखकर कि
हम अपने दिल को कहां पर उलझाए बेठे है
अक्सर समझाते हैं अपने आप को की
सम्भल जा क्यों अफ़साने बनाए बेठे है
पर नादान दिल मासूम है बहुत
हम खुद को ही अपना खुदा बनाए बेठे है