ये आँखें भी कमाल हैं
देख सकती हैं ये
किसी के भी अंदर
पढ़ सकती हैं हाल
किसी के भी दिल का
ये ऑंखें किसी के भी
मन में झांक लेती हैं
हर्ष- विषाद,खुशी - गम
पहचान लेती हैं
ह्रदय की भावनाओं को
एक रास्ता देती हैं
खुशी हो या गम
सबको संभाल लेती हैं
यदि ऑंखें न होती
तो अस्तित्व ही
बेकार हो जाता होठों का
फिर कोई भी आंखों का
तारा न कहलाता
ये आँखें ही हैं
जो देख लेती हैं
दूर से ही आने वाले
हर खतरे की आहट
ये आँखें ही हैं जो
कभी -कभी आने वाली
मौत को भी देख लेती हैं।।।