ईष्वर से हर रोज सिकायत करते रहते हो मुझे ये नही दिया उदास रहते हो वो नही मिला, कभी सोचा है तुममें वो सब की पात्रता है? पहले लायक़ बनो भीर मांगने की जरूरत ही नही रहेंगी, वो अपने आप मील जाता है, जब पौधे से पेड वट-वृक्ष बन जाता है, फल अपने आप आने लगते है।। अगर जो मिला उसे संभालने की काबिलियत नही होगी तो जो मिलेगा उसे खो बेठोगे। ।
#लायक़