संध्या वंदन
बुधवार आरती
भगवान श्री गणेश जी देवों में प्रथम स्थान रखने वाले श्री गणेश आपको ब्रह्मदत्त त्यागी हापुड़ एवं सभी भक्तों का बारंबार संध्या प्रणाम नमन नमस्कार है
श्री गणेश जी की आरती
जय गणेश जय गणेश जय गणेश
देवा।
माता जाकी पार्वती पिता महादेवा॥
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एकदन्त दयावन्त चारभुजाधारी
माथे पर तिलक सोहे मूसे की सवारी।
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माथे पर सिन्दूर सोहे, मूसे की सवारी
पान चढ़े फूल चढ़े और चढ़े मेवा
हार चढ़े, फूल चढ़े और चढ़े मेवा
लड्डुअन का भोग लगे सन्त करें
सेवा॥ -2
ब्रह्मदत्त त्यागी हापुड़