में पंछी हु तेरे दिल के आसमान का,
चाहत हे तेरे दिल मे बसे रहेने का,
बहुत उड़ान भरली अब बसेरा चाहिए तेरे दिल का,
थक चुकी हे मेरी बांहे सहारा चाहिए तेरी बाहो का,
मे पंछी हु तेरे दिल के आसमान का,
चाहत हे तेरे दिल मे बसे रहेने का,
जहां मेरा एक हे तुम्हीं मुकाम हो मेरी चाहत का,
इरादा मेरा नेक हे पाने को तुम्हारी चाहत का,
में पंछी हु तेरे दिल के आसमान का,
चाहत हे तेरे दिल मे बसे रहेने का,
आसमान छोटा लगता था जब ख़याल तुम्हारा आता था,
महोब्बत सायद इतनी बढ़ जाएगी यह तो सोचा भी ना था,
में पंछी हु तेरे दिल के आसमान का,
चाहत हे तेरे दिल मे बसे रहेने का,
और क्यां कहूँ तुम्हें प्यार का इज़हार ऐसे करता हूँ,
और जिंदगी को शुकून का एहसास ऐसे चाहता हूँ,
में पंछी हु तेरे दिल के आसमान का
चाहत हे तेरे दिल में बसे रहेना का।
#घोंसला