प्रेम निशब्द है,प्रेम अनमोल है और प्रेम की कोई मौखिक परिभाषा नहीं मगर जिसे इसका अर्थ समझना हो बस उसमें प्रेम होंना चाहिए।
प्रेम का सीधा अर्थ लोगों के विचारों से जुड़ा है,उनकी भवनाओं से जुडा है और प्रेम अंतर मुक्त है क्योंकि जिसे प्रेम हो वो किसी में अंतर नही कर सकता उसका स्वभाव सबके लिऐ एक समान होगा।
"प्रेम का सीधा अर्थ यह है कि प्रेम रखने वाले व्यक्ति को ईश्वर की हर एक वस्तु से प्रेम होता है चाहें वो मनुष्य हो या जानवर"
#અર્થ