शीर्षक - "जीवन की सीख"
जमीर ने मेरे मुझे इंसान बना दिया
दिलों को ठोकरों से तोड़ने का मुझे शौक नहीं
खुद्दारी ने मेरी मुझे रहीस बना दिया
लोगों को पैसों से तोलने का मुझे शौक नहीं
नज़रों ने मेरी मुझे चरित्रवान बना दिया
मन में झांकता हूं मैं, तन ताकने का मुझे शौक नहीं
हुनर ने मेरे मुझे काबिल बना दिया
किसी को भी कोसने का मुझे शौक नहीं
एहसास ने मेरे मुझे दयावान बना दिया
किसी को परेशानी में छोड़ जाने का मुझे शौक नहीं
नियत ने मेरी मुझे हर बुराई से हटा दिया
किसी का कुछ भी बिगाड़ने का मुझे शौक नहीं
आराध्य ने मेरे मुझे खुशहाल बना दिया
अपने गम बांटने का मुझे अब शौक नहीं
जीवन के अनुभवों ने मेरे मुझे हर समस्या से निपटना सीखा दिया
मुसीबतों से भाग जाने का मुझे शौक नहीं।