#आज की प्रतियोगिता "
# विषय .सीखना "
** कविता **
फूलों से ,खिलना सीखें ।
भौरों से नित ,गाना सीखें ।।
नदियों से ,निरन्तर बहना सीखें ।
पेडों से छाया ,देना सीखें ।।
मधुमक्खियों से संग्रह ,करना सीखें ।
कोयल से मीठा ,बोलना सीखें ।।
बन्दर से नकल ,करना सीखें ।
बच्चों से मौज में ,रहना सीखें ।।
प्रकृति से नित खिलना, महकना सीखें ।
नम्र बन कर ,ऊँचा उठना सीखें ।।
दीन दुःखियों के ,आंसू पौछना सीखें ।
कठिनाइयों में धैर्य ,से रहना सीखें ।।
बृजमोहन रणा ( बृजेश ) ,कश्यप ,कवि ,अमदाबाद ,गुजरात ।