BRHAMDUTTA TYAGI HAPUR NAMASTE
जय जय नारायण
नारायण हरिहरि
विष्णु भगवान
सत्यनारायण... ब्रह्मदत्त
क्यों डरे की ज़िन्दगी मैं क्या होगा, हर वक़्त क्यों
सोचे की बुरा होगा, बढ़ते रहे मंज़िलों की ओर
हम कुछ न भी मिला तो क्या? तजुर्बा तो नया
होगा...ब्रह्मदत्त