कुछ ज्यादा ही गुस्सा हुई हूं तुज पर,
पर उस गुस्से में भी कही प्यार था तेरे लिए,
बस बहुत हुआ अब ये गुस्सा होना
कुछ ज्यादा ही रुठी हूं तुजसे,
पर उस रुठने में भी कही फिक्र थी तेरे लिए,
बस बहुत हुआ अब ये रूठना
कुछ ज्यादा ही लडी हूं तुजसे,
पर उस लड़ने में भी कही हक था तेरे लिए,
बस बहुत हुआ अब ये लड़ना
कुछ ज्यादा ही सताया है तुझे,
पर उस सताने में भी कही अपनापन था तेरे लिए,
बस बहुत हुआ अब ये सताना
कुछ ज्यादा ही प्यार किया है तुझसे,
पर उस प्यार में भी कही अभिमान था तेरे लिए,
बस बहुत हुआ अब ये तुजसे प्यार करना
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