ये
कुदरत भी अजीब चीज है!
हर बार दूसरों के
कंधों पे रख बंदूक चलाती है!
इस बार कोराेना के
नाम से अपना शिकार किया है!
कभी आंधी,कभी तूफ़ान,
कभी जलजला तो कभी
बेखौफ बारिश जेसे बहाने
बनाकर हजारों का शिकार करती है!
साथ में कुछ कहेति है!
पर हम कहा सुन ते है?
कुदरत के भी कुछ कानून है।
कुदरत के भी कुछ नियम है।
पर हम कहा मानते है?
इस लिये शिकार होते है!!
अनिल भट्ट
#શિકાર