द्वेष भी कैसे करूँ तुमसे
जिससे जी भरकर प्यार किया
आज तुम हो कुछ खफा खफा
मैंने फिर भी तुम्हारा इंतजार किया।
कामिनी नींद में भी इंतजार करती रही मुकुल का और मुकुल आ कर सो गया न उसे जगाया न बांहों में भरा न प्यार किया।
क्यों किया मुकुल ने ऐसा? जानने के लिए पढिये
#द्वेष