द्वेष किसी के लिए आपके गुस्से का अचार या मुरब्बा है...!
इंसान इसे अपने दिलो दिमाग के मर्तबान में रखकर समय समय पर इस्तेमाल करता है.....!! एक भारी बोझ
तोड़ दो इस मर्तबान को और बजाय इसके गुस्से का इजहार करके अपने दिलो दिमाग को हल्का महसूस कराओ...
#द्वेष