#देह_की_दहलीज़_पर
ज़िंदगी में सब कुछ हासिल हुआ। प्यार, परिवार, पद, पैसा और प्रतिष्ठा... सब कुछ मनमाफिक मिला है। फिर यह कैसी प्यास है जो कामिनी को बेचैन कर रही है...? बढ़ती उम्र के साथ तृप्ति का अहसास न होकर इस बढ़ती हुई तृषा की क्या वजह हो सकती है..? यदि आप जानना चाहते हैं तो पढ़िए मातृभारती पर प्रकाशित यह साझा उपन्यास... #देह_की_दहलीज_पर .... ! आपकी देह के वह प्रश्न जो दिल में मचलते हैं, किन्तु दिमाग उनका हल खोज नहीं पाता... समाधान जानने के लिए इस सफर में हमारे साथ बने रहिए... !
#बढ़ना