# आज की प्रतियोगिता "
# विषय - भुलना "
** कविता **
भुलना मानव का ,स्वभाव है ।
भुलना दिल को ,हलका करता है ।।
भुलना दुःखों को ,कम करता है ।
भुलना आदमी ,को अधिक उम्र देता है ।।
भुलना मानसिक ,शांति देता है ।
भुलना स्वभाविक ,क्रीया है ।।
भुलना दिल को ,सुकून देता है ।
भुलना गमों को ,भुला देता है ।।
भुलना आदमी को ,कम रुलाता है ।
भुलने से आदमी ,स्वस्थ रहता है ।।
भुलना मानसिक ,बिमारी नहीं होने देता है ।
भुलना आदमी को ,कम तड़पाता है ।।
बृजमोहन रणा ,कश्यप ,कवि ,अमदाबाद ,गुजरात ।