इशारों इशारों में बहोत सी बाते होती है
लेकिन कभी कभी सिर्फ नज़रे मिलना ही काफी है....
इशारों इशारों में चारों तरफ से सिग्नल भी मिलता है लेकिन कोन सी मंजिल जाना वो समझना जरूरी है....
इशारों इशारों में जो दिखता है वो आगे जाकर जीवन की
करवट कैसे बदलेगा वो जानना जरूरी है....