#नियति
अखबार के पहले पन्ने पे भी वो थे,
अखबार के आखिरी पन्ने भी वो थे।
पहले पन्ने पे जीने का सलीका सीखा रहे थे,
आखरी पने पे जिंदगी को अलविदा कह कर जा रहे थे।
जैसे अपनी बीमारी से अनजान, अपना कीरदार निभा रहे थे,
हर किरदार को निभाते-निभाते कोई सन्देश दे रहे थे।
लगता था ऐसे जैसे पहले से आखरी पन्ने तक,
नियति की कहानी बता रहे थे।
Mahek Parwani