# आज की प्रतियोगिता "
** विषय .# जिज्ञासु **
जिज्ञासु ही ज्ञान पा सकता ।
आगे बढ़ने की प्रेरणा पा सकता ।।
उन्नति के शिखर को पा सकता ।
महत्वाकांक्षा अपनी पुरी कर सकता ।।
सबकी आँखों का तारा बन सकता ।
सबको ज्ञान में पीछे पछाड़ सकता ।।
श्रेष्ठता की सीढ़ी चढ़ सकता ।
हर वस्तु को पाने की चाह रखता ।।
परोपकारी बन भला कर सकता ।
मोक्ष के द्वार खुद खोल सकता ।।
बृजमोहन रणा ,कश्यप ,अमदाबाद ,गुजरात ।