आज की प्रतियोगिता ..
# विषय .# कला ।
विधा .कविता ।
कला मानव को हुनर सीखाती है ।
कला मानव को आत्मनिर्भर बनाती है ।।
कला मानव को प्रसिद्धि दिलाती है ।
कला मानव को वैभव दिलाती है ।।
कला मानव को पल में आँखों का तारा बनाती है ।
कला जीवन का निखार करती है ।।
कला की लोग पुजा करते है ।
कला कलाकार को दिल अजीज बनाती है ।।
कला आनंद ,शांति व सुख देती है ।
कलाकार को महानता के शिखर पर पहुँचाती है ।।
बृजमोहन रणा ,कश्यप ,कवि ,अमदाबाद ,गुजरात ।