आश्चर्य की बात है पुरुष अस्तित्व स्त्री का हाथ है फिर चाहे वह पत्नी, बहन ,सहपाठी हूं उसके बावजूद कन्या भूण हत्या घरेलू हिंसा जैसे जघन्य अपराध के पीछे पुरुष का हाथ है शायद इसी को ही कहते हैं चिराग तले अंधेरा वैसे भारत एक पुरुष प्रधान देश है पुरुष को चिराग माना जाता है लेकिन मुझे ऐसा लगता है पुरुषों की संकीर्ण मानसिकता कहीं ना कहीं मुझे चिराग तले अंधेरा जैसी प्रतीत होती है वह चिराग जरूर है लेकिन कहीं ना कहीं उन्होंने प्रकाश को अपने आधीन करना चाहा
#आश्चर्य