आज की प्रतियोगिता ।
# विषय .विभिन्न ।
विधा .छंदयुक्त कविता ।
हम सब विभन्न होकर ,भी एक है ।
अलग अलग धर्म हमारे ,फिर भी भारतवासी हैं ।।
अनेकता में एकता ,ही हमारी विशेषता है ।
अलग अलग बोली हमारी ,फिर भी भारतवासी है ।।
भाईचारे का रिश्ता ,हम सबसे रखते है ।
मानवता का नाता ,सबसे निभाते है ।।
विभिन्न धर्म ,उत्सव हमारे ,फिर हम सब एक है ।
अलग अलग डाली के ,फूल हम सब है ।
पर खुशबु से ,सबको महकाते है ।।
अलग अलग पहनावा हमारा ,फिर भी भारतवासी है ।
हम सब एक साथ ,भारत माता के गुणगान करते है ।।
बृजमोहन रणा ,कश्यप ।
जगतपुरा ,सेवीस्वराज फेस टू ,अमदाबाद ,गुजरात ।