हर चाल तेरी नजाकत से भरी है,
सासों में तूफान समाया लगता है।
कुछ तो ख़ास है इन अदाओ में;
यू ही हर कदम बेचैन नही करता,
जो तुझसे से मिलने की हिमाकत करवाता है।
― अपूर्व
#कदम

Hindi Poem by Apurva Oza : 111387330

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