खुशी आकर चली जाती है
किसी के पास स्थिर नही होती वक्त आता है फिर चला जाता है रुकता नहीं किसी के पास धन पैसा आता है और चला जाता है रुकता नहीं हजारो साल घड़ी आकर निकल जाती है रुकती नहीं किसी के साथ समय, धन और पल अस्थिर है फिर भी लोग भागते रहते हैं सब कुछ अपना बनना के वास्ते स्थिर है सिर्फ इश्वर का नाम
Anil Mistri