*कोरोना रोकथाम पर कैलाश की कविता/गीत/संदेश*
देश से है प्यार तो,जन-जन को कुछ ऐसा करना चाहिए।
मिले मुक्ति कोरोना से और ये ना रहे, देश रहना चाहिए।।
इधर-उधर चलना पड़े तो,कुछ भी छूने से बचना चाहिए।
अगर छू लिया है तो हमें,हाथ साबुन से धोना चाहिए।।
मित्र मिले तो उनसे,हाथ नही मिलाना चाहिए।
नमस्कार कर बात दिल की, कर लेनी चाहिए।।
बड़े बुजुर्गों के पैर,छूने से बचना चाहिए।
हृदय से हाथ जोड़कर उनको, प्रणाम कर लेना चाहिए।।
हो सके जितना आंख नाक मुंह, हमें छूने से बचना चाहिए।
आये अगर छींक तो, रूमाल का इस्तेमाल करना चाहिए।।
*जब तक ना हो मजबूरी,बाहर घर से नहीं जाना चाहिए।*
*जाना पड़े अगर तो, ढक कर मुंह को जाना चाहिए।।*
*होकर स्वयं सुरक्षित,दूसरों को सुरक्षित करना चाहिए।*
*घर में रहकर जनता कर्फ्यू की तरह, हमें पालन लाॅकडाउन का करना चाहिए।।*
*जो जहां है वही रहे,पैसा नहीं है जिनके पास ज्यादा।*
*किस्तों में मकान मालिक को, उनसे किराया ले लेना चाहिए।।*
*जान है तो जहान है, हमें फैलाकर ऐसी जागरूकता ।*
*सही सुझावों,नियमों और कानूनों का पालन करवाना चाहिए।।*
देश से है प्यार तो,जन-जन को ये करना चाहिए।
बीमार व्यक्तियों से सदा,दूरी बनाए रखना चाहिए।।
खांसी,सर्दी,बुखार सहित सांस लेने में हो दिक्कत।
तो डॉक्टर को तुरंत दिखाना चाहिए।।
है बीमारी ऐसी ये,जिसकी कोई दवा नहीं।
*सावधानी ही एक उपचार है, इसलिए ये बरतनी चाहिए।।*
कोरोना अगर रहा तो, संकट ऐसा आएगा।
संक्रमित कर सबको ये,एक दिन खा जाएगा।।
*कैलाश करता है गुजारिश, सरकार की ये जो बंदिश।*
*पालन सभी को उसका,दिल से करना चाहिए।।*
*प्रार्थना नवरात्रि में ये,माता से करनी चाहिए।*
*सुरक्षित देश सहित ये संसार रहे,*
कोरोना महामारी का संकट,आप को नष्ट करना चाहिए।।
*देश से है प्यार तो,जन-जन को बस इतना करना चाहिए।*
अगर मुझसे कुछ ऐसा लिख गया हो,जिससे आपको बुरा लगा हो,तो इसके लिए आप,कर देना मुझे माफ।
खुश😊 रहिए
मस्त👌 रहिए
और
घर🏨 पर ही रहिए।
सही सुझावों नियमों और कानूनों का पालन करते रहिएगा,
कोरोना हारेगा,देश जीतेगा।
जय हो...💪😊🙏