#विचार
कोरोना की महा आपदा के बीच इस नव-विक्रमी संवत 2077 और चैत्र नवरात्रि का प्रारम्भ आज से हो रहा है। हिन्दू सभ्यता में नवसंवत से ही सृष्टि का उदभव माना जाता है।
*इस बार नवरात्रि पर्व के संदर्भ में 'कोरोना' के चलते इस बात का विशेष ध्यान रखें। कि जो लोग अस्वस्थ्य या शारीरिक रूप से सक्षम नहीं है। वे लोग व्रत न रखें, निर्जल व्रत तो बिल्कुल नहीं।
// जय माँ शैल पुत्री। //
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/वीर/