रक्त सी सुर्ख है, तेरी ममता
उपवन की हरियाली सा तेरा प्यार
कोयल सा मधुर, है स्वर तेरा
शबनम की बूंदों सा तेरा दुलार।
तेरा साया हौसलों की बुलंदी है
तेरा विश्वास, मीठी नदिया की धार
ब्रह्मांड की सुंदर सी रचना है तू
अकल्पनीय है तेरे बिना संसार।
हे नारी तेरी अनुभूति के बिना
निरर्थक है इस जगत की भावनाएं
मेरी ओर से समस्त, नारी वर्ग को
विश्व महिला दिवस की शुभकामनाएं