सुबह की वो पहली 'किस' जब सर पे की जाती है।
पूरा दिन खुशी से निकलने की चाबी वो कहलाती है।।
जहाँ होंठो से होंठो को छूके प्यार का इजहार होता है।
वहा सिर्फ हाथ पे किया हुआ चुंबन जिंदगीभर की याद कहलाता है
जब अपनो की याद बर्दाश्त नहीं होती है,
तब उनकी तसवीर पे की हुई एक 'किस' उनके पास होने का अहसास दिलाती है।
जहाँ भागदौड़ की जिंदगी में माँ बाप से बात करने की भी फुरसत नहीं है।
वहीं अपने बच्चों को बचपन मे की हुई जबरदस्ती की 'किस' बुढ़ापे में माँ बाप की खुशी की वजह बन जाती है।
#''kiss''