वक्त के दरिया में फिसलती जा रही है जिंदगी...
लम्हा लम्हा डूब कर ...कतरा कतरा भीग कर...
जलती जा रही है जिंदगी...
चल पड़ते हैं रोज कदम...
मगर वही रूके होते हैं हम...
चलती जा रही है जिंदगी...
दबे हुए अरमां...तुटे हुए सपने...
अधूरी सी ख्वाइशें... सहमा सा इश्क़...
लिये वो देखो...बहती जा रही है जिंदगी...