*प्रातः वंदन* 🙏🏽
*विचारों की खूबसूरती*
*कही से भी मिले चुरा लो*
*क्योंकि चेहरे की खूबसूरती*
*तो उमर के साथ बदल जाती है*
*मगर विचारों की खूबसूरती*
*हमेशा दिलो मे अमर रहती है*
*प्रसन्नचित्त व्यक्ति मेँ रचनात्मक*
*शक्ति अधिक होती है*
*अनियंत्रित क्रोध विनाश और नियंत्रित क्रोध विकास का कारण बन सकता है*
*इसलिये क्रोध को अपने ऊपर*
*हावी न होने दें बाकी क्षमारुपी शस्त्र*
*जिसके हाथ में है उसका*
*दुर्जन क्या कर सकता है*
*अग्नि जब किसी जगह गिरती है*
*और वहां घास ना हो तो*
*स्वयं बुझ जाती है*
🌷 *सुप्रभात* 🌷