मुस्कान तेरी
ठहर जाती है ज़िन्दगी कागज़ के पन्नो पर
लिखने को अल्फ़ाज़ नहीं होते
अधूरी रह जाती है कई कहानियाँ
जब तेरे चेहरे पे मुस्कान नहीं होती।।
मेरे लिखने का गुरुर तुझसे है
मेरी कहानी का सुरूर तुझसे है
खोये से लगते हैं शब्द पन्नो पर
जब तेरी हँसीं में वो बात नहीं होती।।
तेरी मुस्कुराहट से ज़िन्दगी मेरी है
तेरी हँसी से तो मैं लिखता हूँ
नहीं लिख पाता हूँ उस दिन
जब तेरे चेहरे पे मुस्कान नहीं होती।।